ED की राडार पर अशोक लेलैंड, डिस्काउंट पर BS- III गाड़ियां बेचने का है आरोप, जांच में ₹22.10 करोड़ की संपत्ति कुर्क
Ashok Leyland on ED's radar: ईडी ने नागालैंड में आरटीओ अधिकारियों से नकली चालान के रूप में साक्ष्य जमा किए हैं और कुछ गाड़ियों के लिए अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) द्वारा जारी किए गए ऑरिजिनल चालान को स्क्रैप के रूप में जमा किया है.
Ashok Leyland on ED's radar: व्हीकल मैनुफैक्चरर अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) पर BS-IV व्हीकल स्कैम मामले में प्रवर्तन निदेशालय का शिकंजा कस गया है. प्रवर्तन निदेशालय ने अस्थायी रूप से 22.10 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है. यह संपत्तियां ऐसे फर्म के नाम से थीं जो दिवाकर रोड लाइन्स और जटाधारा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (पूर्व विधायक जे.सी. प्रभाकर रेड्डी द्वारा नियंत्रित), सी. गोपाल रेड्डी एंड कंपनी (उनके करीबी सहयोगी गोपाल रेड्डी, ताडिपत्री, अनंतपुर जिला आंध्र प्रदेश के एक सिविल ठेकेदार से संबंधित) और जे सी प्रभाकर रेड्डी और गोपाल रेड्डी के परिवार के सदस्य से जुड़ी थीं. ईडी (ED) की यह जांच पीएमएलए, 2002 के तहत चल रही एक जांच से संबंधित मामले में बीएस-IV वाहन घोटाला से जुड़ा है.
सुप्रीम कोर्ट के आदेश का किया उल्लंघन
खबर के मुताबिक, भारतीय सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अपने 29 मार्च 2017 के आदेश में आदेश दिया था कि जो गाड़ियां बीएस-4 उत्सर्जन नियमों के मुताबिक नहीं होंगी, उन्हें 1 अप्रैल 2017 से भारत में न तो बनाया जाए, न तो बेचा जाए और न रजिस्टर किया जाए. इसके बावजूद,जटाधारा इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (जेआईपीएल) और सी. गोपाल रेड्डी एंड कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का उल्लंघन करते हुए अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) लिमिटेड से बीएस-III वाहन डिस्काउंट पर खरीदे और जाली चालान प्रतियां बनाकर धोखे से बीएस-IV गाड़ी के तौर पर रजिस्टर किया.
ऑरिजिनल चालान को स्क्रैप के रूप में जमा किया
जांच में यह भी पता चला कि कुछ रजिस्ट्रेशन नागालैंड, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में किए गए थे. ईडी ने नागालैंड में आरटीओ अधिकारियों से नकली चालान के रूप में साक्ष्य जमा किए हैं और कुछ गाड़ियों के लिए अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) द्वारा जारी किए गए ऑरिजिनल चालान को स्क्रैप के रूप में जमा किया है. इन वाहनों के मालिक होने/चलाने और/या बेचने से किए अपराध से इनकम का आंकड़ा 38.36 करोड़ रुपये के रूप में निर्धारित किया गया है.
घोटाले में अशोक लेलैंड की भूमिका की जांच जारी
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जांच और तलाशी में यह सामने आया है कि बैंक में 6.31 करोड़ रुपये बैंक बैलेंस था. इसके अलावा नकदी, आभूषण और 68 अचल संपत्तियों का भी पता चला है. 15.79 करोड़ की संपत्ति के साथ जेसी प्रभाकर रेड्डी और उनके परिवार के सदस्य और सी. गोपाल रेड्डी और उनके परिवार के सदस्यों को अटैच किया गया है.इस पूरे घोटाले में अशोक लेलैंड (Ashok Leyland) की भूमिका की जांच चल रही है.
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